Parvo virus in dogs
आज हम इस पोस्ट में Parvo virus के बारे में बात करेंगे। वफादार जानवरों में अगर किसी जानवर का नाम सबसे पहले आता है तो वह है Dog, जिसे हर कोई पालना चाहता है और अधिकतर घरों में आपने इन्हें पालते हुए देखा होग। Dogs में भी कई प्रजातियां होती हैं और अलग-अलग प्रजाति के Dogs हमें अक्सर ही दिखाई दे जाते हैं।

लेकिन याद रखें Dogs Breeds जितनी ज्यादा अच्छी और मंहगी होती है उसे पालने के लिए उतना ही ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि अच्छी ब्रीड्स के Dogs बिमारियों के प्रति ज्यादा sensitive होते हैं और हमें उन्हें बिमारियों से बचने के लिए बहुत केयर करनी पड़ती है।तो आइये, ऐसी ही एक बिमारी के बारे में जानते हैं जो Dogs में उनकी मौत का कारण बन जाती है।
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Dogs की Intestine पर करता है हमला

ये वायरस Dogs की आंत पर हमला करके उसमे संक्रमण पैदा कर देता है जिससे Dogs को खुनी दस्त और उलटी होने लगती हैं और सही समय पर इलाज न मिलने पर Dogs की मौत हो जाती है। एक से दो माह के puppies के लिए तो यह बहुत खतरनाक होता है और बहुत जल्दी उनको अपना शिकार बनाता है और जल्दी ही मौत का कारण बन जाता है।
Dogs का vaccination ज़रूर कराएं
ये वायरस उन Dogs और puppies पर आसानी से हमला करता है जिनका vaccination नहीं हुआ होता है इस लिए सबसे पहले puppy को घर में लाते ही उसके लिए पशु-चिकत्सक के पास ज़रूर जाएँ और उसके द्वारा बताये गए समय पर ध्यान से टीकाकरण कराएं और अपने प्यारे से puppy को मरने से बचाएं।
Parvo के लक्षण

जब आपका Dogs वायरस से संक्रमित हो जाता है तो उसके शरीर में कुछ बदलाव होते हैं जिनकी पहचान होने पर आप तुरंत पहचान जाएंगे कि आपके Dogs को Parvo virus ने पकड़ किया है। Dogs खाना और पीना दोनों छोड़ देता है और अगर कुछ खाने की कोशिश भी करता है तो उसे उलटी कर निकाल देता है तथा छींकता है उसकी नाक भी आगे से जो गीली बनी रहती है नाक सूखी-सूखी हो जाती है। अगर आपके डॉग्स के साथ ऐसा कुछ हो रहा है तो बिना देर किये उसे डॉक्टर के पास ले जाएँ।
क्या है Parvo Virus
कैनाइन पारवो वायरस मौसम बदलने के साथ Doges पर ज्यादा हमला करता है क्योंकि ये बदलते मौसम में ज्यादा सक्रिय हो जाता है। बड़े जानवर तो इस वाइरस की चपेट में आने से बच जाते हैं लेकिन छोटे बच्चों पर ये जानलेवा हमला करता है जिसमे छोटे Dogs को खून के दस्त और उलटी शुरू हो जाती हैं। Doges में पारवो वाइरस का संक्रमण कैनिन पारवो वाइरस से होता है जो इस वाइरस से पीड़ित Doges के संपर्क में आने से या उनके मल-मूत्र के संपर्क में आने से फैलता है। अगर समय से इलाज न मिल पाए तो 70 से 80 प्रतिशत dogs इस Virus से मर जाते हैं।
Vaccination किस समय कराएं

Vaccination के लिए आप पशु-चिकित्सक से मिलें और पहले अपने Dog की जांच कराएं। पहली vaccine पिल्ले को डेढ़ महीने की उम्र में और दूसरी ढाई महीने की उम्र में तथा तीसरी Vaccine साढ़े तीन महीने की उम्र में लगाई जाती है इसलिए आप भी अगर Dogs पालते हैं तो समय से vaccine ज़रूर लगवाएं और उसे जानलेवा बीमारी से बचाएं।
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Parvo virus क्या है?
ये virus कुत्तों के बच्चों की आँतों में संक्रमण कर देता है और पिल्ले को खून के दस्त और खून की उलटी होने लगती हैं।
किस उम्र के Doges में इस virus का खतरा सबसे अधिक होता है ?
डेढ़ महीने से तीन महीने की उम्र में ये खतरा सबसे अधिक होता है।
क्या Vaccine के द्वारा इस रोग से पिल्लों को बचाया जा सकता है ?
हाँ, Vaccine लगवाने के बाद पिल्लों को इस घातक vairus से बचाया जा सकता है।
Parvo infection किस Virus से होता है ?
ये इन्फेक्शन कैनिन पारवो वाइरस से होता है।
parvo से बचने के लिए कितने टीके लगते हैं ?
Parvo से बचने के लिए 3 टीके लगते हैं।
parvo से बचने के लिए किस उम्र में टीके लगते हैं।
पहला टीका डेढ़ महीने और दूसरा टीका ढाई महीने तथा तीसरा टीका साढ़े तीन महीने की उम्र में लगता है।
किस समय Parvo Virus सबसे ज्यादा हमला करता है ?
बदलते हुए मौसम में parvo Virus सबसे ज्यादा हमला करता है।